मुक्तिदाता धर्मसमाज पुरोहितों का एक समूह है जो कि अल्फ़ोन्स मारिया डी लिगोरी के द्वारा सन १७३२ ईसवी में स्थापित किया गया था! हमलोग दुनियाँ के ७८ देशों में ५३०० सदस्य कार्यान्वित हैं!
बंगलोर प्रांत में १५ सिमान्तों में १०५३ सदस्य कार्यान्वित हैं! यह २०१० की जनगणना है! हमलोग १६० सदस्य जीवन भर के लिये काम करने के लिये समर्पित हैं, जो कि भारत के दूसरे सिमान्तों जैसे की मुंबई और अफ़्रीका आता है!
मुक्तिदाता धर्मसमाज के नियमों (न० २०) कहता है, विश्वास में सजग, आशा में ख़ुशी, धार्मिक कार्यों के लिये उत्सुक, हृदय से नम्र, हम हमारे संस्थापक संत अल्फ़ोन्स के प्रिय पुत्र इसे ख़ुशी से स्वीकार करते हैं! हम हमेशा अपनों की चिंता छोड़ कर दूसरों के लिये काम करना चाहते हैं चाहे वे किसी भी धर्म और जाति के क्यों न हो!
Strong in faith, rejoicing in hope, burning with charity, on fire with zeal, in humility of heart and persevering in prayer, Redemptorists as apostolic men and genuine disciples of Saint Alphonsus follow Christ the Redeemer with hearts full of joy